हास्य कविता
टीचर

टीचर जी तुम कमाल करते हो!
पढ़ने कहते हो, लिखने कहते हो,
जाने क्या-क्या, सवाल करते हो ?
टीचर जी तुम कमाल करते हो!
जब भी स्कूल आये, हमको हँसाते हो,
खेल भी तुम हमें, खिलाते हो|
टीचर जी तुम कमाल करते हो!
खूब सीखाते हो, खूब पढ़ाते हो,
ना जाने एग्जाम क्यूँ, लेते हो?
टीचर जी तुम कमाल करते हो!
मस्ती जब करे, डंडा दिखाते हो,
कान भी तुम, हमारे पकडते हो|
ना जाने एग्जाम क्यूँ , लेते हो?
टीचर जी तुम कमाल करते हो!
-किरण यादव
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